एंजियोप्लास्टी (Angioplasty) क्या होती है? या फिर एंजियोप्लास्टी (Angioplasty) कैसे की जाती है? आजके इस आर्टिकल में जानते है देखिए एंजियोप्लास्टी (Angioplasty) एक ऐसी मेडिकल कंडिशन होती है जिसका उपयोग दिल की ब्लॉकेज नसों को खोलने के लिए किया जाता है तो चलिए जानते है की एंजियोप्लास्टी (Angioplasty) कैसे की जाती है।
देखिए एंजियोप्लास्टी आमतौर पर उन मरीजों पर की जाती है जिन्हें सीने में दर्द यानि की Angina होता है या फिर हार्ट अटैक (Heart Attack) का खतरा होता है या फिर उनको पहले से दिल की बीमारी हो चुकी होती है।
एंजियोप्लास्टी कैसे की जाती है? (Step-by-step)
एंजियोप्लास्टी करने से पहले मरीज को खाली पेट रखा जाता है और इसके साथ साथ ब्लड प्रेशर, शुगर, ईसीजी आदि की जांच भी की जाती है इसके बाद मरीज को लोकल एनेस्थीसिया दिया जाता है (पूरी बेहोशी नहीं होती)।
कैथेटर डालना (Catheter Insertion)
अब इसके बाद एक पतली ट्यूब जिसे कैथेटर कहा जाता है इसको हाथ की कलाई या फिर जांघ की धमनी के जरिए मरीज के शरीर में डाला जाता है यह ट्यूब धीरे-धीरे Xray Guidance की मदद से दिल की ब्लॉकेज वाली Blood Vessels तक पहुंचाई जाती है।
ब्लॉकेज की पहचान कैसे की जाती है
कैथेटर के माध्यम से कंट्रास्ट डाई यानि की एक तरह का रंगीन द्रव डाला जाता है जिससे एंजियोग्राफी होती है इससे यह पता चलता है कि ब्लॉकेज वाली Blood Vessels कहां है और वो कितनी ब्लॉक है।
बलून एंजियोप्लास्टी (Balloon Angioplasty)
जब कैथेटर ब्लॉकेज वाली Blood Vessels तक पहुँच जाता है तब ब्लॉकेज वाली जगह पर एक छोटा से बलून को फुलाया जाता है यह बलून ब्लॉकेज को दबाकर ब्लॉकेज वाली Blood Vessel को खोल देता है।
हार्ट में स्टेंट लगाना (Stent Placement)
अब देखिए अधिकतर मामलों में बलून के साथ एक Stent भी लगाई जाती है जो ब्लॉकेज वाली Blood Vessel को फिर से बंद होने से बंद नहीं होने देता है।
कैथेटर निकाल दिया जाता है
जब एंजियोप्लास्टी की प्रक्रिया पूरी हो जाती है तब इसके बाद कैथेटर को निकाल दिया जाता है अब मरीज को कुछ घंटे आराम करने दिया जाता है साथ ही मरीज को Observation में रखा जाता है।
एंजियोप्लास्टी कितने प्रकार की होती है?
Type Description
Balloon Angioplasty इसमें सिर्फ बलून से ब्लॉकेज खोली जाती है।
Stent Angioplasty इसमें बलून के साथ स्टेंट भी लगाया जाता है।
Drug-Eluting Stent (DES) इसमें स्टेंट में एक दवा होती है जो ब्लॉकेज को दोबारा बनने से रोकती है।
Bare Metal Stent इसमें एक सामान्य स्टील का स्टेंट बिना दवा के लगाया जाता है।
एंजियोप्लास्टी में जोखिम होता है
देखिये वैसे तो एंजियोप्लास्टी एक सुरक्षित प्रक्रिया होती है फिर भी इसमें कुछ जोखिम हो सकते हैं जैसे की खून बहना यानि की ब्लीडिंग या फिर स्टेंट का फेल हो जाना या ब्लॉकेज दोबारा होना इसके साथ ही रक्त का थक्का बनना जिसे Clotting कहा जाता है।
एंजियोप्लास्टी होने के बाद क्या करें?
इसमें सबसे पहले तो डॉक्टर द्वारा दी गई दवाई समय पर लेते रहें साथ ही ब्लड प्रेशर और शुगर को कंट्रोल में रखें स्मोकिंग और शराब से जितना हो सके दूर रहें साथ ही हेल्दी डाइट लें जिसमें कम फैट, कम नमक, अधिक फाइबरमौजूद हो।
एंजियोप्लास्टी होने के बाद क्या ना करें?
इसमें भारी व्यायाम तुरंत बिलकुल भी न करें बिना डॉक्टर की सलाह लिए खुद से ही दवा बंद न करें जितना हो सके तनाव और चिंता से दूर रहें।
अंतिम शब्द - उम्मीद है आपको एंजियोप्लास्टी से जुडी लगभग सभी जानकारी मिल गई होगी की एंजियोप्लास्टी कैसे की जाती है? यदि आपका कोई सवाल है तो आप कमेंट में पूंछ सकते हो।
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